प्याऊ स्थल से घड़ा, स्टैण्ड व गिलास नदारद, बैरंग लौट रहे हैं प्यासें लोग
सिकन्दरपुर (बलिया)। स्थानीय नगर के चौक-चौराहों पर खोले गए प्याऊ हाथी के दांत साबित हो रहे हैं। इस भीषण गर्मी में राहगीरों को ठंडा पानी पिलाने के लिए आदर्श नगर पंचायत सिकन्दरपुर द्वारा जगह-जगह अस्थायी प्याऊ खोला था। लेकिन कई जगह प्याऊ में पानी नहीं है, जबकि कुछ स्थानों से तो घड़ा, स्टैण्ड व गिलास भी नदारद हैं। मां जल्पा चौक गेट के समीप नगर पंचायत द्वारा बनाए गए एक अस्थाई प्याऊ केन्द्र पर शीतल जल पीने का बोर्ड तो लगा है, लेकिन वहां पर पानी के नाम पर कुछ भी नहीं है। स्थानीय लोगों का कहना हैं कि यह प्याऊ सिर्फ उद्घाटन के दिन ही ठीक से संचालित हुआ था। उसके अगले दिन ही यहां से सब कुछ गायब हो गया। रह गया तो सिर्फ प्याऊ के नाम पर नगर पंचायत द्वारा लगाया गया प्याऊ का बोर्ड। शनिवार की दोपहर क्षेत्र के भीमहर गांव से मां जल्पा का दर्शन-पूजन करनें आई एक महिला सुमन देवी जल्पा चौक के समीप नगर पंचायत सिकन्दरपुर द्वारा लगाए गए प्याऊ से बिना पानी पीए ही लौट रही थी। पूछने पर उसने बताया कि इस प्याऊ पर सिर्फ शीतल जल पीने का बोर्ड लगाया गया है जबकि वहां पर एक बूंद पानी का भी अता-पता नहीं है। अब इस भीषण गर्मी व धूप में प्यास के चलते या तो किसी दूसरे प्याऊ पर जाना पड़ेगा, या फिर पानी खरीदकर ही पीना पड़ेगा।