गोपाल प्रसाद
सिकंदरपुर (बलिया)। ऐतिहासिक महावीरी झंडा का जुलूस मंगलवार की शाम को यहां कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच निकाला गया। जिसमें क्षेत्र के हजारों लोगों ने भाग लिया। इस दौरान जुलूस में शामिल युवकों ने शस्त्र कलाओं का हैरतअंगेज प्रदर्शन कर लोगों को दांतों तले अंगुली दबाने को विवश कर दिया।
लोगों द्वारा उनके प्रदर्शन को भरपूर सराहना मिली। जुलूस में शामिल भीड़ में रह रहकर जय महावीर के उद्घोष से नगर का वातावरण शुरू से अंत तक भक्तिमय बना रहा। पूरी में निकलने वाली रथ यात्रा की तर्ज पर प्रत्येक वर्ष यहां की आशाढ़ शुक्ल द्वितीय को उमंग और उल्लास के साथ जुलूस निकाला जाता है। भ्रमण के दौरान सभी अख़ाड़ों में एक से बढ़कर एक सजी झांकियां चल रही थी। शामिल लोगों के मुख से एक ही गगनभेदी सदा जय महावीर बुलंद हो रहा था। सबसे पहले डोमनपुरा स्थित ठाकुर जी मंदिर अखाड़ा का जुलूस निकला। परंपरागत मार्गों पर भ्रमण के बाद यह जुलूस हॉस्पिटल तिराहा पर पहुंचकर खड़ा हो गया। जुलूस के साथ चल रहे रथ पर सुभद्रा, बलभद्र और भगवान श्रीकृष्ण सवार थे।
बाद में महावीर स्थान,भीखपुरा, गोला बाजार, मानापुर, बड्ढ़ा, रहिलापाली, जलालीपुर, चकखान के जुलूस अपने अपने मोहल्ले से प्रस्थान कर परंपरागत मार्गो पर भ्रमण करने लगे उसके बाद में सभी जुलूस क्रमशः जल्पा चौक पहुंचा जहां से सभी जुलूस के रुप में देर रात डोमनपुरा स्थित ठाकुर जी मंदिर पहुंचकर समापन हुआ। जुलूस में भ्रमण के दौरान अखाड़ों में शामिल तरह तरह की झांकियों को देखने के लिए सभी मार्गों पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा था।
ट्रैक्टर-ट्रालियों पर झाकियों को आकर्षक रूप से सजाया गया था। बच्चों के मनोरंजन के लिए झांकियों के साथ तरह तरह के कार्टून भी चल रहे थे। जगह-जगह लोगों ने महावीर जी का दर्शन कर चढ़ावा चढ़ाया। जुलूस के मार्ग पर पड़ने वाले रशीदिया चौक, भीखपुरा चौक, डोमनपुरा चौक, जैसे अतिसंवेदनशील स्थानों को प्रशासन ने पूरी तरह पुलिस छावनी के रूप में तब्दील कर दिया था।
जुलूस को शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न कराने हेतु प्रशासन सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से निगरानी कर रहा था। आला अधिकारी लगातार पल-पल की खबर ले रहे थे। झंडोत्सव को लेकर 1 सप्ताह पूर्व से ही नगर को केसरिया झंडे से पाट दिया गया था। जुलूस के भ्रमण वाले रास्ते पर जगह-जगह पानी की व्यवस्था की गई थी। अनेक स्थानों पर प्रसाद का वितरण किया गया।
युवा एकता कमेटी की तरफ से चौराहे पर प्रसाद वितरण के साथ ही फल का जूस पिलाने की उत्तम व्यवस्था की गई थी। जिसका उदघाटन भाजपा नेता डा. विजय रंजन ने फीता काटकर किया, जिसे जुलूस में शामिल लोगों ने ग्रहण किया। किसी प्रकार की कोई घटना नही घटी और महावीरी झंडा जुलूस धुमधाम के साथ सम्पन्न हुआ। इस दौरान चप्पे चप्पे पर प्रशासन की पैनी निगाह बनी रही।
पूरे नगर को 5 सेक्टर जोन में बांटा गया था। प्रत्येक सेक्टर में एक उपजिलाधिकारी और एक जोनल पुलिस ऑफिसर उस सेक्टर के प्रभारी थे। महावीरी झंडा जुलूस के दौरान अपर पुलिस अधीक्षक, अपर जिलाधिकारी, 5 उपजिलाधिकारी, 5 क्षेत्राधिकारी, 11 प्लाटून पीएसी, 30 थानाध्यक्ष, 1300 पुलिस कांस्टेबल, 6 क्विक रिएक्शन टीम, 4 वज्र वाहन टीम, 5 फायर सर्विस टीम, 5 महिला थानाध्यक्ष, 60 महिला कॉन्स्टेबल, 6 टीयर गैस स्क्वायड टीम, 600 होमगार्ड के साथ साथ 600 पब्लिक सहयोगी वालंटियर जुलूस के दौरान साथ लगे रहे। तीन दर्जन से अधिक चिन्हित जगहों पर पुलिसकर्मी सिविल ड्रेस में छतो से फोटोग्राफी करते रहे और जुलूस में एक पुलिसकर्मी सादी वर्दी मे फोटोग्राफी करता रहा।
एलआईयू की टीम रहेगी। पूरे नगर में 70 सीसीटीवी कैमरें गोपनीय तौर पर लगाये गए थे। इस महावीरी झंडा जुलूस सिकन्दरपुर मे मऊ, आजमगढ़ व बलिया जिले से लगभग 55 थानों की फोर्स को तैनात किया था। वहीं, जुलुस के दौरान बिजली विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों के साथ साथ स्वास्थ्य विभाग व एम्बुलेंस टीम को भी पूरी मुस्तैद रही।
सकुशल जुलूस सम्पन्न होने तक जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार, एसपी राजकरन नैय्यर, एएसपी दुर्गा प्रसाद तिवारी, उपजिलाधिकारी अरूण कुमार मिश्रा, क्षेत्राधिकारी भूषण वर्मा, एसओ दिनेश पाठक जमें रहे। वहीं सांसद सलेमपुर रविंद्र कुशवाहा, पूर्व मंत्री राजधारी, पूर्व विधायक भगवान पाठक, पूर्व विधायक संजय यादव, अध्यक्ष प्रतिनिधि संजय जायसवाल, गणेश सोनी, डा. उमेश चंद्र, प्रयाग चौहान, डब्लू गुप्ता आदि जुलूस में शामिल रहे।