राघवेंद्र सिंह
पुर, बलिया। पकड़ी थाना क्षेत्र के जगदरा गांव में कुषाण बाबा के स्थान पर पूरे गांव वासियों के द्वारा काशी दास बाबा के पूजन का आयोजन किया गया, जिसमें पंथी बलिया जनपद के उधरन गांव के संजय पंथी आए थे, जिन्होंने अपने आराध्य का स्मरण कर अड़हुल के फूल को लेकर उपले पर रगड़ कर आग लगा दीए। यह देखकर वहां पर उपस्थित भक्त काशी दास बाबा की जयकारा लगाने लगे। एवंम खौलते दूध से स्वयं स्नान किए और एक सात साल के बच्चे को भी खौलते दूध से स्नान कराए। यह देखकर लोग काशी दास बाबा की जयकारा लगाने लगे। विज्ञान के युग में भी ऐसा संभव है या इसे पंथी का अभ्यास या तप कहा जाए। सबसे रोचक बात यह रही कि एक दस साल के बच्चों को माला पहना कर खड़ा कर दीए। उसके बाद पूछे की जो लडके प्रतिदिन दौड़ते हो ओ लोग परिसर में आए तो सात लडके पहुंचे उसके बाद पंथी ने दस साल के बच्चे के पीठ पर थापथापा दीये और बोले की इस बच्चा भाग रहा है और आप सभी इसको परिसर में तीन चकर में पकड़ लिजिए। आश्चर्य की बात यह रही कि दस साल का बालक सात लोगो से पकड़ में नहीं आया। यह देख कर लोग काशी दास बाबा का जयकारा लगाने लगे ।बाद में खौलते दुध से स्नान किए बच्चे से पूछने पर बताया की हमें बिल्कुल ही गर्म महसूस नहीं हो रहा था ऐसा लग रहा था कि दूध बिल्कुल ठंडा है।