सिकन्दरपुर, बलियाः बिजली कर्मियों की 72 घंटे की सांकेतिक हड़ताल शुरू होते ही क्षेत्र में बिजली का संकट गहरा गया है। पूरे क्षेत्र में आधी रात के से बिजली गुल हो गई है। बिजली आपूर्ति ठप होने का असर पेयजल व्यवस्था पर भी पड़ रहा है, जिसकी वजह से दिक्कत हो रही है। इस बीच प्रशासन द्वारा की गई वैकल्पिक व्यवस्था कहीं भी कामयाब होते हुए नहीं दिख रही है। लोगों की दिक्कत अब बढ़नी शुरू हो गई है।
विभिन्न मांगों को लेकर बिजली कर्मी इन दिनों कार्य बहिष्कार पर हैं। वे गुरुवार की रात दस बजे से 72 घंटे की हड़ताल पर चले गए हैं। दो दिन से बिजली कर्मियों का कार्य बहिष्कार भी चल रहा था। कार्य बहिष्कार के दौरान से ही बिजली विभाग की व्यवस्थाएं हड़ताल से पहले ही लड़खड़ानी शुरू हो गई थीं। कल आधी रात के बाद से पूरे जिले की बिजली व्यवस्था ठप हो गई है। नगर सहित पूरे तहसील क्षेत्र के गांवों में सभी बिजलीघरों से होने वाली सप्लाई पूरी तरह ठप पड़ी है, जिसकी वजह से दिक्कत महसूस हो रही है। बिजली आपूर्ति ठप होने का असर नगर की पेयजल व्यवस्था पर भी दिखना शुरू हो गया है।
कई इलाकों में पानी का भी संकट पैदा होना शुरू हो गया है। आधी रात में ठप हुई बिजली की वजह से नगर पंचायत के टैंक भी नहीं भरे जा सके हैं, जिससे पानी का संकट गहराया है। अभियंता संघ समेत अन्य बिजली कर्मियों के संगठन से जुड़े अफसों ने अपने सीयूजी नंबर को सरेंडर कर दिया है, जिसके बाद अब इनसे संपर्क ठप हो गया है। कोई भी उपभोक्ता की शिकायत अफसरों तक नहीं पहुंच पा रही है, जिससे लोगों की दिक्कत आने वाले समय में और बढ़ सकती है। इसके अलावा शिकायती नंबरों पर मौजूद कर्मी भी आंदोलन में शामिल होने की वजह से उनसे संपर्क नहीं हो रह है, जिसकी वजह से दिक्कत हो रही है। प्रशासन की ओर से लगातार बिजली सप्लाई चालू कराने के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन अभी तक प्रशासन की सभी व्यवस्थाएं पूरी तरह नाकाम हो रही हैं।
डीएम बलिया के निर्देश पर सिकंदरपुर विद्युत उपकेंद्र पर पीडब्ल्यूडी के दो अभियंता अजीत प्रकाश वर्मा व मोहम्मद इमरान की तैनाती की गई है। वहीं हल्दी रामपुर के आईटीआई स्कूल के प्रशिक्षु विनीत कुमार व मनजीत कुमार को विद्युत सप्लाई निर्बाध रूप से चालू कराने के लिए उप केंद्र पर तैनात कर दिया गया है। इस दौरान उपजिलाधिकारी सिकंदरपुर डॉक्टर अखिलेश यादव के द्वारा विद्युत बहाल करने का प्रयास निरंतर जारी है।