सिकन्दरपुर (बलिया)। महाशिवरात्रि के महापर्व पर नगर सहित पूरे क्षेत्र मे शिव मंदिरों पर श्रद्धालुओं द्वारा जलाभिषेक किया गया। हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि के नाम से जाना जाता है। इस दिन पूजा-अर्चना से शिवभक्तों को महादेव का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होने के साथ मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इस दिन शिवभक्त भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करते हैं। शास्त्रों के अनुसार, महाशिवरात्रि के दिन ही भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। इस साल महाशिवरात्रि कई मायनों में खास है। महाशिवरात्रि के दिन कई सालों बाद धनिष्ठा नक्षत्र के साथ शिव योग और सिद्ध योग का दु्र्लभ योग बना था। महाशिवरात्रि के पर्व के मद्देनज़र बड़ी संख्या में भक्तों ने शिवालयों में पहुंचकर भगवान शिव का दर्शन कर पूरे विधि विधान के साथ शिवलिंग पर गंगा जल के साथ साथ गाय का दूध, बेलपत्र, जूही के फूल, हर-सिंगार के फूल, शहद भांग, धतूरा, आंकड़ा, कर्पूर, चावल, चंदन, भस्म व मिष्ठान के साथ विधिवत पूजन अर्चन किया। क्षेत्र के प्रमुख मंदिरों में बैरिकेडिंग और कैमरों की भी व्यवस्था की गई थी।
कई मंदिरों पर भक्तों की सहुलियत के लिए भोले बाबा के स्वयंसेवक भी मंदिरों पर डटें हुए थें। सिकंदरपुर नगर स्थित प्रमुख मंदिर चतुर्भुज नाथ मंदिर, बालुपुर स्थित शिव मंदिर, नेहता स्थित शिव पार्वती मंदिर, गांग किशोर स्थित शिव मंदिर, कठघरा स्थित नीलकंठ शिव मंदिर, बलिया मार्ग पर स्थित शिव मंदिर, कठौड़ा स्थित शिव मंदिर में गुरुवार की तड़के भोर से ही भक्तों की भारी भीड़ जुटना शुरु हो गई थी। सुरक्षा के मद्देनजर सभी शिवालयों में पर्याप्त पुलिस बल की भी तैनाती की गई थी। इस दौरान उपजिलाधिकारी अभय कुमार सिंह, क्षेत्राधिकारी पवन कुमार सिंह, प्रभारी निरीक्षक विपिन कुमार सिंह व चौकी प्रभारी अमरजीत यादव अपने हमराहियों के साथ क्षेत्र के सभी शिवालयों में चक्रमण करते रहे।